Q1: Discuss the ways to develop emotional intelligence, and explain the application and utility of EI in governance and administration.
भावनात्मक समझ को विकसित करने के उपायों पर चर्चा करते हुए शासन एवं प्रशासन में भावनात्मक समझ का अनुप्रयोग एवं उपयोगिता को स्पष्ट कीजिए ? (125 Words / 8 Marks)
भावनात्मक समझ कुछ मौलिक सिद्धांतों के आधार पर भावनात्मक समझ/बुद्धिमता को विकसित किया जा सकता है|यह एक निरंतर प्रक्रिया है एवं इस प्रक्रिया में निम्नांकित सिद्धांतों से संबंधित दक्षता को विकसित करने का प्रयास किया जाता है -
स्वजागरूकता का विकास करना तथा अपनी भावनाओ का उचित प्रबंधन करना ।
सहानुभूति को विकसित करने हेतु अन्य की भावनाओं तथा दृष्टिकोण का सम्मान करना । |
स्वविनियमन का विकास तभी होगा जब किसी व्यक्ति को अपनी भावनात्मक कमजोरी और मजबूती का पता हो ।
व्यक्ति को अपने किए गए सकारात्मक कार्यों से लगातार मोटिवेशन प्राप्त करते रहना चाहिए । इससे कार्य करने कि इच्छा शक्ति तथा कार्य दक्षता मे सुधार होगा ।
सामाजिक दक्षता का विकास व्यक्ति में अंतः परस्पर सम्बन्ध के आधार पर विकसित होती है । इससे उचित निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा ।
शासन मे भावनात्मक समझ का अनुप्रयोग और उपयोग
-सरकार के द्वारा किए जाने वाले विविध सुधारात्मक प्रयासों के प्रति जन सहयोग एवं जन समर्थन प्राप्त करने हेतु भावनात्मक समझ का होना आवश्यक है| इसके माध्यम से सरकार के निर्णय एवं क्रियाकलापों को सामाजिक स्वीकृति प्राप्त होती है|
-विभिन्न दवाब समूहों का प्रबंधन करने मे
-विभिन्न धार्मिक समूहो के बीच समन्वय करने मे
-नक्सलवादी ,उग्रवादी आदि जैसे उग्र विचारधारा वाले गैर राज्यकारी तत्वो का प्रबंधन करने मे ।
-सांप्रदायिकता की भावना पर नियंत्रण लगाने मे भूमिका
-सामाजिक विभेदता को समाप्त कर समावेशी विकास को बढ़वा देना मे
-विधियों और नीतियों के बीच समन्वय साथपित करना -जैसे समान नागरिक संहिता
प्रशासन मे भावनात्मक समझ का अनुप्रयोग और उपयोग
- भावनात्मक समझ के द्वारा प्रशानिक अधिकारी अपने संदेशो को सरलतम तरीके से लोगो तक प्रेषित सकता है ।
-भावनात्मक समझ लोगो की आकांक्षाओ को समझने मे सहयोग प्रदान करती है । जिससे प्रशासन की कार्य शैली बेहतर होगी ।
-भावनात्मक समझ के विकास से कर्मचारियों के बीच बेहतर संबंधो का विकास किया जा सकता है । जिससे शासन के समूहिक लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है ।
-सिविल सेवकों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के रुचियों , क्षमताओ तथा कमजोरियों को समझ कर प्राशन के कार्यों का आवंटन करना होता है । इसके लिए भावनात्मक समझ की आवश्यकता होती है ।
-अपने कार्यों को लोकतान्त्रिक तरीके संचालन के लिए भावनात्मक समझ की आवश्यकता होती है । जिससे जनता के पीड़ाओ को समझ कर उसका उचित समाधान किया जा सके ।
Q2: Self-control is a pre-determined condition for developing emotional intelligence. explain?
स्वनियंत्रण भावनात्मक समझ को विकसित करने हेतु एक पूर्व निर्धारित शर्त है। व्यख्या कीजिये ? (125 Words / 8 Marks)
प्रत्येक व्यक्ति में स्वाभाविकया प्रकृतिक रूप से कुछ भावनाए जैसे - गुस्सा, विस्मय, डर/भय, ख़ुशी, उदासी, आश्चर्यचकित होना आदि होती है । इनका उचित प्रबंधन आवश्यक होता है ।
स्वनियमन का अर्थ है अपने स्वभाव , मनोवैज्ञानिक तीव्रता तथा मनोवैज्ञानिक भावनाओ की अभिव्यक्ति को प्रबंधित करना । जैसे -
कुछ नाकारात्मक भावनाओ को अभिव्यक्ति के पहले रोकना - क्रोधित होने पर हिंसा की भावना को रोक देना ।
भावना के सही या गलत होने स्थिति मे उसकी तीव्रता का संतुलन साथपित करना जैसे किसी बच्चे के झूठ बोलने पर दंड के स्वरूप मे परिवर्तन ।
-कभी कभी सिविल सेवकों को नैतिक दुविधा वाले प्रश्नो का सामना करना पड़ता है या व्यक्तिगत हित और समूहिक हित के प्रश्न सामने आते है ऐसे में सिविल सेवकों एक उचित निर्णय लेना पड़ता है ।
-स्वनियंत्रण के अभाव मे सिविल सेवक द्वारा गलत निर्णय लिया जा सकता है ।
इस लिए भावनाओं के स्वनियमन हेतु यह आवश्यक है कि कुछ भी करने से पहले सोचा जाए|
व्यक्ति के द्वारा अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने हेतु यह आवश्यक है कि वह अपने मजबूती एवं कमजोरी इन दोनों से अवगत हो। इससे सिविल सेवक मे निर्णयात्मक क्षमता का विकास होता है ।
स्वनियंत्रण भावनात्मक समझ को विकसित करने हेतु एक पूर्व निर्धारित शर्त है, अतः भावनाओं की अभिव्यक्ति सही समय और सही स्थान पर होना चाहिए|
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