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SHIKHAR MAINS 2022 - DAY 10 Model Answer Hindi

Updated : 18th Aug 2022
SHIKHAR MAINS 2022 - DAY 10 Model Answer Hindi

Q1: गैर सरकारी संगठन से क्या अभिप्राय है? जनकल्याण के संदर्भ में इनकी भूमिका को बताते हुए इनसे जुड़ी चिंताओ की भी चर्चा कीजिये।

What do you mean by NGO? While explaining their role in the context of public welfare, also discuss the concerns related to them.

दृष्टिकोण:-

·       भूमिका में गैर सरकारी संगठन को परिभाषित कीजिये|

·       उत्तर के दूसरे भाग में जनकल्याण के संदर्भ में इनके महत्व की चर्चा कीजिये|

·       उत्तर के तीसरे भाग मे इनसे जुड़ी चिंताओ की चर्चा कीजिये|

·       उत्तर के अंत में एक सकारात्मक निष्कर्ष दीजिये|

उत्तर :-

 गैर सरकारी संगठन(NGO) से तात्पर्य एक निजी संगठन से है जो लोगों का दुख-दर्द दूर करने, निर्धनों के हितों का संवर्द्धन करने, पर्यावरण की रक्षा करने, बुनियादी सामाजिक सेवाएँ प्रदान करने अथवा सामुदायिक विकास के लिये गतिविधियाँ चलाता है। ये लाभ का वितरण अपने मालिकों और निदेशकों के बीच नहीं करते बल्कि प्राप्त लाभ को संगठन में ही लगाना होता है। वे किसी सार्वजनिक उद्देश्य को लक्षित होते हैं।1860के सोसाइटी एक्ट के द्वारा कोई भी स्वैच्छिक समूह लोक हित में कार्य करना चाहता है तो उसे आवश्यक सहयोग सरकार और सिविल समाज द्वारा प्रदान किया जाता है ।

गैर सरकारी संगठन का महत्व :-

·       स्वतन्त्रता आंदोलन के समय जिस प्रकार से इन गैर सरकारी संगठनो ने समाज कल्याण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके कारण ही स्वतन्त्रता पश्चात न सिर्फ सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट को लागू रखा गया।

·       ये इस संदर्भ में अति उपयोगी हो रहे हैं कि जहां पर मानव संसाधनो की कमी हो वहाँ पर शासन के सहयोगी बन सके।

·       शासन और नागरिकों के बीच राजनीतिक सम्प्रेषण द्वारा ये गैर सरकारी संगठन लोकतंत्र को और प्रभावी बना रहे हैं।

·       शोध आदि के माध्यम से ये सुशासन में एक निर्णयक भूमिका निभा रहे हैं। जिसमे नीतियो के लिए प्रारूप तैयार करना, उसके लिए आवश्यक सुधारो को रेखांकित करना तथा उचित अनुपालन हेतु डाटा प्रबंधन आदि प्रमुख हैं।

·       गैर सरकारी संगठनों की उपस्थिति नागरिकों की आवाज को अभिव्यक्ति देकर सहभागी लोकतंत्र को सक्षम बनाती है।

·       जागरूकता फैलाने, सामाजिक एकजुटता, सेवा वितरण, प्रशिक्षण, अध्ययन व अनुसंधान एवं सार्वजनिक अपेक्षा को स्वर देने में ये सहयोग करते हैं। सरकार के प्रदर्शन पर संवाद व निगरानी द्वारा वे राजनीतिक जवाबदेही सुनिश्चित कराते हैं।

·       भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार या मनरेगा और सबसे महत्त्वपूर्ण सूचना का अधिकार जैसे कई प्रमुख विधेयक गैर सरकारी संगठनों के हस्तक्षेप से ही पारित हुए।

उपरोक्त सकारात्मक कार्यो के साथ ही गैर सरकारी संगठनो के जुड़ी कुछ चिंताएँ भी है , जिसको निम्नलिखित बिन्दुओ से समझा जा सकता है :-

·       ये धनशोधन जैसी आपराधिक गतिविधियो में भी सम्मिलित हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार ये ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं जो राष्ट्रीय हितों के लिये नुकसानदेह हैं, सार्वजनिक हितों को प्रभावित कर सकते हैं या देश की सुरक्षा, वैज्ञानिक, सामरिक या आर्थिक हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।

·       रिपोर्ट के अनुसार इनके कारण जीडीपी विकास पर प्रतिवर्ष 2-3 प्रतिशत का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।

·       बहुत सारे NGO द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग किया जाता है तथा अपने धन का सही व्यौरा आयकर विभाग को समय से उपलब्ध भी नही करवाया जाता है ।

                                                                                                                 गैर सरकारी संगठन समुदायों को सबल बनाते हैं, इसलिये उनके दमन की नहीं बल्कि उन्हें समर्थन देने की आवश्यकता है।सरकार और गैर सरकारी संस्थाओं को भागीदार के रूप में कार्य करना चाहिये और साझा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये पूरक की भूमिका निभानी चाहिये जो परस्पर विश्वास व सम्मान के मूल सिद्धांत पर आधारित हो और साझा उत्तरदायित्व व अधिकार रखता हो। अतः वर्तमान समय में इस संदर्भ  में भी एक नियामक संस्था होनी चाहिए।

 

 


Q2: ग्रामीण विकास के लिए स्वयं सहायता समूहों की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए इनके द्वारा सामना की जा रही प्रमुख चुनौतियों को स्पष्ट कीजिए।

Discuss the need of Self-Help Groups for rural development and explain the major challenges being faced by them.

दृष्टिकोण -

·       स्वयं सहायता समूह के बारे में लिखते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए|

·       उत्तर के पहले भाग में ग्रामीण विकास के लिए स्वयं सहायता समूह की आवश्यकता लिखिए|

·       इसके बाद सामना की जा रही चुनौतियों के बारे में बताइये|

·       अंत में सुझाव देते हुए उत्तर समाप्त कीजिए|

उत्तर -

           स्वयं सहायता समूह निर्धन लोगों का समूह है जो किसी सामान्य उद्देश्य के लिए साथ आते हैं और समस्याओं के समाधान करने, विकास करने के लिए आर्थिक सहयोग की भावना से जुड़े होते हैं। इसके लिए समूह के सदस्य बचत के माध्यम से लघु फ़ंड का निर्माण करते हैं।

स्वयं सहायता समूहों की आवश्यकता;

·       वंचित समूहों के बीच बैंकिंग सुविधा से संबन्धित व्याप्त अंतर को कम करने का काम करते हैं।

·       समूहों में वित्तीय जागरूकता के प्रसार का प्रयास करते हैं।

·       ये समूह अपने सदस्यों को छोटी बचतों के लिये प्रोत्साहित करते हैं।

·       SHG  को संस्थागत ऋण आसानी से प्राप्त हो जाता है, जिससे उसके सदस्यों को साहूकारों या अन्य गैर-संस्थागत स्रोतों  पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।

·       स्वयं सहायता समूह रोज़गार के अवसर सृजित करने के साथ-साथ उद्यम को भी प्रोत्साहित करते हैं।

·       ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को अधिकार प्राप्त करते हैं। अतिरिक्त आय प्राप्त करने का एक माध्यम प्रदान करते हैं।

SHG द्वारा सामना की जा रही चुनौतियाँ;

·       सदस्यों में कौशल का अभाव। विशेषज्ञता की कमी के कारण उचित प्रगति नहीं कर पा रहे हैं|

·       ग्रामीण क्षेत्र में पर्याप्त अवसंरचना का अभाव है। परिवहन, संचार के साधनों का अभाव इनकी प्रगति में बाधक है|

·       जाति और लिंग आधारित भेदभाव ने भी इनके गठन में समस्या उत्पन्न की है|

·       आवश्यक रोजगार के लिए प्रशिक्षण संस्थाओं का भी अभाव है|

सुझाव:

विमल जालान समिति की सिफ़ारिशें:

·       SHG के सदस्यों के लिए बायोमेट्रिक अनिवार्य करना

·       लाभार्थियों को सूचना और विकल्पों की जानकारी के लिए बैंकों को निर्देशित करना।

·       कौशल प्रशिक्षण के लिए प्रावधान करना।

·       महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा के प्रसार के साथ जमीनी स्तर पर योजनाओं की जानकारी प्रदान करना।"