भारत-नेपाल बी2बी फ्रेमवर्क समझौता
हाल ही में नेपाल और भारत ने नेपाल में पेट्रोलियम अवसंरचना के विकास के संबंध में एक बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और नेपाल ऑयल कॉर्पोरेशन (NOC) के बीच नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन और इंडियन ऑयल के अध्यक्ष वी. सतीश कुमार भी मौजूद थे।
यह समझौता 31 मई, 2023 को हस्ताक्षरित पहले के सरकार-से-सरकार (G2G) समझौता ज्ञापन का विस्तार है।
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की उपस्थिति में जी2जी समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया, जो भारत-नेपाल साझेदारी की मजबूती का प्रतीक है।
पेट्रोलियम पाइपलाइन:
भारत के सिलीगुड़ी से नेपाल के झापा के चराली तक 50 किलोमीटर लंबी पेट्रोलियम पाइपलाइन बनाई जाएगी।
अमलेखगंज से चितवन के लोथर तक 62 किलोमीटर लंबी पेट्रोलियम पाइपलाइन का निर्माण भी प्रस्तावित है।
स्मार्ट ग्रीनफील्ड टर्मिनल:
चराली में एक स्मार्ट ग्रीनफील्ड टर्मिनल बनाया जाएगा।
लोथर में 91,900 किलोलीटर क्षमता वाला स्मार्ट ग्रीनफील्ड टर्मिनल भारत सरकार की तकनीकी सहायता से NOC द्वारा स्थापित किया जाएगा।
लागत:
इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 15 अरब रुपये होने की उम्मीद है।
इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन से भारत से नेपाल तक पेट्रोलियम उत्पादों का परिवहन सुविधाजनक होगा, जिससे नेपाल ऑयल कॉर्पोरेशन की लागत में कमी आएगी।
यह बुनियादी ढाँचा हैंडलिंग नुकसान और पर्यावरणीय जोखिमों को कम करेगा, और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नेपाल की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देगा।
इसके अलावा, टैंक ट्रकों की आवाजाही के कारण होने वाली सड़क की भीड़ को भी कम किया जा सकेगा।
यह बी2बी फ्रेमवर्क समझौता भारत-नेपाल ऊर्जा साझेदारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और यह दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेगा।
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